चंडीगढ़। शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने बीते कल मांग की है कि शंभू में किसानों पर हरियाणा पुलिस के हमले के शिकार हुए सभी पीड़ितों को सरकारी नौकरी दी जाए, तथा साथ ही उन्होने आम आदमी पार्टी की सरकार से यह स्पष्ट करने को कहा कि पंजाब क्षेत्र में किसानों को बेरहमी से घायल करने के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नही की गई है।
अकाली दल अध्यक्ष यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज में घनौर हलके के किसान दर्शन सिंह भंगू से मिलने गए, जिनकी आंख में हरियाणा पुलिस के हमले से गंभीर चोटें लगी और उन्होने किसान के परिवार से भी बातचीत की। उन्होने दर्शन के साथ-साथ शंभू में घायल हुए अन्य सभी किसानों को सरकारी नौकरी देनेे की मांग की है। सरदार बादल ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से पूछा कि उन्होने अब तक हरियाणा पुलिस के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नही की है। उन्होने कहा,‘‘ यह स्पष्ट है कि आप सरकार हरियाणा सरकार के साथ मिली हुई है और किसानों को दिल्ली की ओर बढ़ने से रोकने के लिए हरियाणा के साथ मिलकर काम कर रही है’’।
सरदार बादल ने हरियाणा सरकर से भी किसानों को दबाने के लिए दमनकारी बल प्रयोग करके लोकतंत्र की हत्या न करने के लिए कहते हुए कहा,‘‘ यह समझ से परे है कि जो अन्नदाता केंद्र के सामने अपना मामला रखना चाहता है उसे इस तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है’’। सरदार बादल ने केंद्र से किसानों की मांगों को जल्द से जल्द स्वीकार करने के लिए कहते हुए कहा कि केंद्र को उनकी मांगों को स्वीकार करने की घोषणा करनी चाहिए, जिन्हे उसने दो साल पहले लिखित रूप में स्वीकार करने का आश्वासन दिया था। उन्होने कहा,‘‘ किसानों की अन्य मांगों पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाना चाहिए’’।
सरदार बादल ने यह भी खुलासा किया कि उन्होने शिरोमणी कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी से भी बात कर उनसे शंभु में किसानों को चिकित्सा राहत और लंगर सेवाएं प्रदान करने का अनुरोध किया था। उन्होने कहा कि एसजीपीसी अध्यक्ष ने उन्हे बताया कि किसानों को उचित सेवाएं प्रदान करने के लिए डाॅक्टरों की एक टीम तैनात की गई है। अकाली दल अध्यक्ष के साथ प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, डाॅ. सुखविंदर कुमार सुक्खी, हरिंदर सिंह चंदूमाजरा, तेजिंदर सिंह मिडडूखेड़ा और सुखदीप सिंह सुकरपुर भी मौजूद थे।