मनाली। ब्यास नदी किनारे रहने वाले लोगों को अब बाढ़ से राहत मिलने जा रही है। ब्यास नदी में आई बाढ़ से हुई तबाही के बाद प्रदेश सरकार नदी के तटीय करण को लेकर गम्भीर हो गई है। बीते कल मनाली में आयोजित विभिन्न संगठनों व पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक में विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने उनकी समस्याएं सुनी।विधायक ने कहा कि नेहरुकुण्ड, बाहंग, रांगड़ी, आलू ग्राउंड, क्लाथ, 17 मील, पतलीकूहल व रायसन में प्राथमिकता से ब्यास नदी का तटीय करण किया जाएगा ताकि यह रहने वाले लोगों को बाढ़ से कोई नुकसान न हो।
उन्होंने कहा कि इसके लिए 20 करोड़ स्वीकृत हो गया है। विंटर कार्निवाल में मुख्यमंत्री नींव पत्थर रखकर इस महत्वकांक्षी परियोजना के कार्य का श्रीगणेश करेंगे।विधायक ने कहा कि पूर्व सरकार तटीयकरण को लेकर जनता को किया गुमराह करती रही है लेकिन ब्यास नदी में आई बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर कांग्रेस सरकार ने ब्यास नदी के तटीयकरण मामले में गम्भीरता दिखाई है। होटल एसोसिएशन के पूर्व प्रधान अनूप ठाकुर, गोपाल नेगी, गोकल सहगल सहित पंचायत के प्रधानों ने विधायक को क्षेत्र की समस्याओं से अवगत करवाया।
उन्होंने मनाली में पार्किंग समस्या के समाधान का भी आग्रह किया। विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने कहा कि पार्किंग समस्या का समाधान किया जाएगा। नए स्थान चिन्हित कर पर्किंगों का निर्माण किया जाएगा। स्थानीय लोगों के लिए नगर परिषद द्वारा ली जाने वाली पार्किंग फीस को कम करवाने के प्रयास किये जाएंगे। इस अवसर पर चाइल्ड एंड वेलफेयर स्टेट सिलेक्शन कमेटी की सदस्य विद्या नेगी, और नगर परिषद के पार्षद नवीन तनवर, शवनम तनवर, मीरा शर्मा, डीआर जोशी, गोकल सहगल, अनूप, जितेंद्र, बुध राम, दिले राम, कौशल्या, कल्पना, मोनिका भारती, दुर्गा दत्त, हुक्म राम, सरला, रोशन, पालदन मौजूद रहे।