चंडीगढ़। पंजाब के जल संसाधन मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने सोमवार को भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बी.बी.एम.बी) के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान डैमों पर चल रहे प्रोजेक्टों, भविष्य की योजनाओं और जल भंडारण का जायज़ा लिया। पंजाब सिविल सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में बी.बी.एम.बी अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए कैबिनेट मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने दोहराया कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार राज्य में नहरी सिंचाई प्रणाली को मज़बूत करने और राज्य के किसानों के लिए पानी की निरंतर उपलब्धता को सुनिश्चित बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है।
इस मौके पर स. जौड़ामाजरा को अधिकारियों ने संस्था द्वारा बुनियादी ढांचे सम्बन्धी किए गए बंदोबस्त, जल रेगुलेट्री उपायों और हिस्सेदार राज्यों के दरमियान शेयरों की बाँट संबंधी जानकारी दी। कैबिनेट मंत्री ने समूह अधिकारियों को संभावित बाढ़ों से पहले सक्रियता से एहतियाती कदम उठाने को कहा। उन्होंने ख़ास तौर पर बी.बी.एम.बी अधिकारियों को डैमों से पानी छोडऩे संबंधी समय पर अपडेट मुहैया करवाने के निर्देश दिए ताकि सरकार और किसानों द्वारा प्रभावशाली ढंग से रोकथाम उपाय सुनिश्चित बनाए जा सकें।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि वह जल्द ही डैमों का मौके पर जाकर जायज़ा लेंगे। स. जौड़ामाजरा ने कहा कि इस बार राज्य सरकार ने किसानों को उनकी माँग के अनुसार नहरी पानी मुहैया करवाया है, जो राज्य में पहली बार हुआ है। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले नहरी पानी के प्रयोग में लगभग 38 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है और इस साल सिंचाई के लिए नहरी पानी के प्रयोग में और अधिक वृद्धि की जाएगी। उन्होंने लगातार घटते जा रहे भूजल को बचाने के लिए नहरी पानी का अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए योजनाएँ बनाने पर भी ज़ोर दिया। बैठक में अन्य राज्यों के जल सम्बन्धी मुद्दों पर भी विचार-चर्चा की गई। बैठक में जल संसाधन विभाग के सचिव कृष्ण कुमार, बी.बी.एम.बी के सचिव सतीश कुमार सिंगला, मुख्य इंजीनियर (नहरें) जे.पी. सिंह, चीफ़ इंजीनियर भाखड़ा डैम (बी.बी.एम.बी) चरनप्रीत सिंह, डायरैक्टर वॉटर रैगूलेशन राजीव गोयल और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।