सरकाघाट। सरकाघाट में ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल वीरवार को तीसरे दिन प्रवेश कर गई इसी दौरान ग्रामीण क्षेत्र से आए करीब दो दर्जन ग्रामीण डाक सेवकों ने डाकघर के बाहर केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की। गामीण डाक सेवक संघ ने भारत सरकार से मांग की है कि आठ घंटे काम और पेंशन सहित सभी लाभ प्रदान किए जाएं।
नियमित कर्मचारियों के समान पहली जनवरी, 2016 से समग्र संबधित निरंतरता भत्ता का 12, 24 और 36 वर्ष की सेवा पूरी करने पर तर्कसगत निर्धारण, वरिष्ठ नागरिकों के लिए वेटेज वृद्धि समयबद्ध वित्तीय उन्नयन सहित कमलेश चंद्र समिति की सभी सकारात्मक सिफारिशों को लागू करें। समूह बीमा कवरेज को पांच लाख तक बढ़ाया जाए। विभागीय कर्मचारियों के साथ समानता में जीडीएस ग्रेच्युटी में वृद्धि करने और 180 दिनों तक की सवैतनिक छुट्टी को आगे बढ़ाना और उसका नकदीकरण करने, जीडीएस और उनके परिवार के सदस्यों को चिकित्सा सुविधाओं का प्रावधान करने की मांग उठाई है।
इसके अलावा सेवा निर्वहन लाभ योजना में जीडीएस और विभाग के योगदान को तीन प्रतिशत से बढ़ाकर दस प्रतिशत किए जाने की भी मांग दोहराही है। इस मौके पर चंद्रशेखर, भानू प्रकाश, मनोहर लाल, जीवन लाल, श्रवण, सुरेश कुमार, अक्षय कुमार, ज्योति, सचिन, राजीन्द्र , कामना, पुष्पा और तानिया आदि ग्रामीण डाक सेवक उपस्थित रहे। गौर रहे कि ग्रामीण डाक सेवको का अचानक अनिश्चित हडताल पर चले जाने से ग्रामीण डाक सेवाए, गांवो मे डाक बितरण, डाकवुकिंग, मनिऑडर वितरण और डाकघर जमा निकासी सेवाए प्रभावित हो रही है। जिससे उपभोक्ताओं की दिक्कते पढने लगी है।