सरकाघाट। हिमाचल किसान सभा ने धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति को जल्दी सुधारने की मांग की है।सभा की बैठक आज कांगों का गैहरा में रणताज़ राणा की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिसमें पूर्व ज़िला पार्षद एवं सीटू के ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह विशेष तौर पर शामिल हुए। उन्होंने बताया कि धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं निवर्तमान भाजपा सरकार के समय में भी बहुत खस्ताहाल में थी लेक़िन वर्तमान कांग्रेस सरकार के एक साल के कार्यकाल में भी इनमें कोई सुधार नहीं हुआ है। जिससे आम जनता को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें दूसरे जिलों व राज्यों में तथा निजी अस्पतालों में ईलाज करवाना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि धर्मपुर में स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न प्रकार के 166 पद खाली पड़े हैं जिनमें डॉक्टरों के 25 स्टाफ़ नर्सों के 32 सिनियर लैब टेकनिसियनों के 15 पुरूष स्वाथ्य कार्यकर्ताओं के 27 महिला वर्करों के 13 ओटीए के चार और क्लास फोर के 24 ड्राइवरों के 10 क्लर्कों व अन्यों सहित 166 पद खाली है।दो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चोलनगढ़ और पैहड़ बिना डॉक्टरों के चल रहे हैं।
इस खण्ड के सबसे पुराने सामुदायिक अस्पताल संधोल में कोई भी स्पेसलिस्ट नहीं है और धर्मपुर में बिना ऑपरेशन थियेटर और एनेस्थीसिया के सर्जन डॉक्टर तैनात है जो इनके बिना कोई सर्ज़री नहीं कर सकता है।संधोल और धर्मपुर दोनों अस्पताल 100-100 बिस्तरों के अस्पताल हैं लेकिन वहां केवल 20 और 35 बेड ही प्रयोग में हैं कियूंकि स्टाफ़ नर्सों की अस्सी प्रतिशत पोस्टें ख़ाली हैं इसलिये मरीज़ भर्ती नहीं किये सकते हैं।संधोल में डॉक्टरों के 7 और धर्मपुर में 9 पद खाली हैं।
संधोल में मात्र 3 स्टाफ़ नर्सें हैं और उनके 22 पद खाली हैं वहीं धर्मपुर में दस पद ख़ाली पड़े हैं तो ऐसी स्थिति में कौन मरीज़ यहां पर भर्ती होगा और जान जोख़िम में डालेगा।धर्मपुर में कोई लैब टेक्निशियन भी नहीं है और तीनों पद खाली हैं। पूरे ब्लाक में किसी भी पीएचसी में एक्सरे और लैब सुविधा उपलब्ध नहीं है।इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां पर जनता का स्वास्थ्य सरकार ने विभाग के बजाए राम भरोसे छोड़ दिया गया है।बैठक में इस बात पर चिंता व्यक्त की गई कि वर्तमान सरकार को बने हुए भी एक साल होने वाला है लेकिन इस दौरान भी इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है हालांकि सभा ने फरवरी माह में इस बारे विधायक चन्द्रशेखर को माँगपत्र दिया था लेकिन वे अभी तक इस बारे कुछ नहीं कर पाए हैं।
संधोल में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लिए आन्दोलन शुरू हो गया है जिसका समर्थन करने का भी प्रस्ताव भी बैठक में पारित किया गया औऱ सरकार को चेतावनी भी दी गयी कि यदि इसमें जल्दी सुधार नहीं हुआ तो अन्य जगहों पर भी किसान सभा सरकार के ख़िलाफ़ आंदोलन शुरू करेगी। बैठक में बरसात में गिरे डगों और टूटे रास्तों के निर्माण कार्य को प्राथमिकता पर पूरा करने की भी मांग की गई।लेक़िन विभाग इन कार्यों के बजाए मनरेगा में भूमि सुधार के नाम पर ख़र्च कर रहा है जो सही नहीं है।इसके अलावा बरसात में हुई भारी वर्षा की तबाही की सहायता राशी प्रदान करने और भूमिहिनों को ज़मीन देने, रास्ट्रीय उच्च मार्ग के निर्माण कार्य को समय पर पूरा करने तथा प्रभावितों को चार गुणा मुआवजा देने की भी मांग उठाई गई।सभा के अध्यक्ष रणताज़ राणा ने कहा कि 10 दिसंबर को
किसान सभा सदस्य्ता दिवस के रूप में मनाएगी और उस दिन से 31 दिसंबर तक सदस्य्ता अभियान चलाया जाएगा औऱ कमेटियों का गठन भी किया जायेगा। खण्ड सम्मेलन 6 जनवरी को सजाओपीपलू में आयोजित किया जायेगा।दिसंबर माह में ही स्थानीय माँगों बारे हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा और सबंधित विभागों को माँगपत्र सौंपे जायेंगे। आज की बैठक में प्रकाश सकलानी, लुद्दर सिंह, बाला राम, करतार सिंह,मिलखी राम, मिलाप चन्देल, मोहनलाल, मेहर सिंह, रूप चन्द, जीत सिंह,अमृत लाल, बृजलाल शर्मा, नेक राम शर्मा,दिनेश काकू, रमेल चन्द, सूरत सिंह, सुखराम,रमेश बराड़ी,तारा चन्द, मान सिंह, करतार सिंह, रूपचंद, गसोता देवी इत्यादि ने भाग लिया।