हिमाचल प्रदेश में उमंग फाउंडेशन द्वारा राजभवन के दरबार हाल में ‘हौसलों की उड़ान’ नामक कार्यक्रम में दिव्यांग युवाओं की प्रतिभा और क्षमता को सम्मानित किया गया । प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के प्रतिभाशाली दिव्यांग युवाओं को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने ‘प्रेरणास्रोत युवा सम्मान प्रदान’ किया। राज्यपाल ने अपनी ओर से 2 दिव्यांगों को बैटरी वाली व्हीलचेयर भी प्रदान की। उन्होंने संस्था की ओर से दृष्टिबाधित छात्राओं को पढ़ाई के लिए लैपटॉप और मोबाइल भी उपहार में दिए ।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि ऐसे प्रतिभावान छात्र-छात्राएं सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं और उनसे हम सबका मनोबल भी बढ़ता है। राज्यपाल ने विशेष क्षमता वाले बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए उमंग फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि यह संस्था मानवता की सेवा के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर प्रेरणादायी कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों का सशक्तिकरण पूरे विश्व समुदाय के लिए उच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों से जुड़ी व्यक्तिगत और संस्थागत उपलब्धियों को मान्यता प्रदान करने और पुरस्कृत करने से सभी का उत्साहवर्द्धन होता है। उन्होंने कहा कि इन विशेष बच्चों के संघर्षों और उपलब्धियों के बारे में जानकर उनका भी मनोबल बढ़ा है।
उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि इस अवसर पर केंद्रीय विश्वविद्यालय और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी बंसल भी उपस्थित रहें। इस अवसर पर टांडा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रही व्हीलचेयर यूजर छात्रा निकिता चौधरी, दृष्टिबाधित असिस्टेंट प्रोफेसर मुस्कान, एक अन्य असिस्टेंट प्रोफेसर अंजना ठाकुर ने अपने संघर्ष और सफलता के अनुभव को भी साझा किया।