हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर की ग्राम पंचायत तलवाड़ा में दो दिवसीय च्यवनप्राश दिवस आयोजित किया गया। इस दो दिवसीय च्यवनप्राश निर्माण उत्सव के बारे में वैद्य अभिषेक ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश में अपने आप में ही यह पहला ऐसा कार्यक्रम है जिसमें की आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने की दृष्टि से च्यवनप्राश निर्माण महोत्सव मनाया गया। उन्होंने बताया च्यवनप्राश महोत्सव को बनाने के प्रति करीब दो महा पूर्व से तैयारिया आरंभ की गई थी l
जिला बिलासपुर के घुमारवीं उपमंडल की ग्राम पंचायत तलवाड़ा में आयोजित हुए दो दिवसीय च्यवनप्राश दिवस के अवसर पर पूजा पाठ, च्यवनप्राश का निर्माण करने व भजन कीर्तन करने आदि के विभिन्न प्रकार के दृश्य l जिला बिलासपुर के घुमारवीं उपमंडल की ग्राम पंचायत तलवाड़ा में दो दिवसीय च्यवनप्राश महोत्सव वैद्य अभिषेक ठाकुर की अध्यक्षता में मनाया गया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत तलवाड़ा के प्रधान धनी राम वर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर डॉक्टर चंद्रप्रभा बतौर विशेष अतिथि उपस्थित रहे l कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान धन्वंतरि के सम्मुख दीप प्रज्वलन करके किया गया।
इस अवसर पर मुख्य तिथि को धनवंतरी का पटका और टोपी पहनकर सम्मानित किया गया। इस दो दिवसीय चवनप्राश निर्माण उत्सव के बारे में वैद्य अभिषेक ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश में अपने आप में ही यह पहला ऐसा कार्यक्रम है जिसमें की आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने की दृष्टि से च्यवनप्राश निर्माण महोत्सव मनाया गया। उन्होंने बताया च्यवनप्राश महोत्सव को बनाने के प्रति करीब दो महा पूर्व से तैयारिया आरंभ की गई थी, क्योंकि इस च्यवनप्राश में प्रयोग की जाने वाली 36 प्रकार से भी अधिक जड़ी बूटियां खेत खलिहानों से एकत्रित की गई, जिन जड़ी बूटियां में विशेष रूप से बिल अग्निमंथ श्योंनक पाटला माशापर्णी महामेदा मैदा शतावरी वासा पीपली काकनासा इत्यादि शामिल है।
इस महत्वपूर्ण चवनप्राश उत्सव को सफल बनाने के प्रति आयुर्वेद की समर्पित टीम जिस में की वैद्य नैंसी बन्याल, व्यासा देवी,अश्विन कुमार आयुर्वेद फार्मेसी अधिकारी, किरण शर्मा, देवराज, संदीप कुमार, राजकुमार ब्रह्मानंद ठाकुर, निर्मला देवी, राजेश कुमार ने अपना सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रधान ग्राम पंचायत तलवाड़ा ने कहा कि मौजूदा समय में सभी लोगों को आयुर्वेद चिकित्सा से स्वास्थ्य लाभ उठाना चाहिए क्योंकि इसके कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होते। अक्सर देखने में आता है की जल्दी उपचार के चलते लोग बिना डॉक्टर को पूछे लोग स्वयं डॉक्टर बनकर दवाई खा लेते हैं जो की सबसे घातक है और कोई भी दवाई का सेवन करना हो तो हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चाहिए। इस अवसर पर स्थानीय ग्रामीणों ने भी भाग लिया l