चंडीगढ़, 26 दिसंबर। इनेलो पार्टी आने वाली 31 दिसंबर को जींद जिला के हलका उचाना की नई अनाज मंडी में महिला सम्मेलन करने जा रही है। इसका नाम ‘‘महिला आक्रोश’’ सम्मेलन रखा गया है। यह ‘‘महिला आक्रोश’’ सम्मेलन इनेलो महिला प्रकोष्ठ की प्रधान महासचिव सुनैना चौटाला की अगुवाई में किया जाएगा और इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे।
सुनैना चौटाला ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी की सरकार में हरियाणा महिला अपराध के मामलों में पूरे देश में नंबर एक पर है और यह आंकड़े किसी और ने नहीं बल्कि केंद्र की सरकार ने जारी किए थे। एनसीआरबी की रिपोर्ट जो केंद्र की सरकार जारी करती है उसके अनुसार भी हरियाणा में महिलाओं के खिलाफ अपराध पिछले सालों की तुलना में लगातार बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि जींद के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल द्वारा सैंकड़ों की तादाद में बच्चियों से यौन शोषण जैसा घृणित अपराध किया गया। विधानसभा में अभय सिंह चौटाला ने इस घृणित कांड के मामले की जांच को हाई कोर्ट के सिटिंग जज द्वारा करने की मांग की थी। जिसको पहले तो कांग्रेस और बीजेपी-जेजेपी ने सर्वसम्मति से मान लिया। लेकिन पूरे मामले में कांग्रेस और बीजेपी-जेजेपी सरकार को फंसते हुए देख इससे बचने के लिए भूपेंद्र हुड्डा और बीजेपी ने आपस में मिलीभगत की और जांच के लिए विधानसभा की तीन सदस्यीय कमेटी बना कर सारे मामले का रूख ही मोडक़र रख दिया।
अब यह तय है कि यह मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा और प्रिंसिपल को इतने सालों से बचाने वाले असली दोषी बच जाएंगे। यही नहीं भाजपा सरकार के मंत्री संदीप सिंह पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाने वाली महिला कोच को सरकार द्वारा केस वापिस लेने के लिए डरा-धमका कर प्रताडि़त किया गया और हद तो तब हो गई जब जहां आरोपी मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त करना चाहिए था वही उसके उलट महिला कोच को ही निलंबित कर दिया गया। महिला खिलाडिय़ों के साथ किया गया दुर्रव्यहार पूरी दुनिया ने देखा है कि कैसे भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस ने बालों से खींच कर सडक़ों पर घसीटा था। यह महिलाओं का घोर अपमान था। यही कारण है कि पूरे प्रदेश की महिलाओं में कांग्रेस और भाजपा गठबंधन के खिलाफ बहुत रोष है।
सुनैना चौटाला ने कहा कि इस ‘‘महिला आक्रोश’’ सम्मेलन में पूरे हरियाणा से महिलाएं आएंगी और भाजपा गठबंधन सरकार के खिलाफ लामबंद होकर रोष प्रकट करेंगी। इस ‘‘महिला आक्रोश’’ सम्मेलन के द्वारा जहां महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अत्याचारों, बच्चियों से हो रहे बलात्कार का मुद्दा उठाया जाएगा वहीं बढ़ती महंगाई के कारण गृहणियों का जीवन दूभर हो गया है और महिलाएं रसोई खर्च में कटौती करने के बाद भी अपना घर नहीं चला पा रही हैं। महंगाई आज एक बड़ा मुद्दा है जिसको इस सम्मेलन में उठाया जाएगा।