मनाली। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे की शान रहने वाली माता हिडिम्बा के मनाली मन्दिर में शुक्रवार को शतचंडी पाठ शुरु हो गया। मन्दिर में तीन दिन तक तीन ब्राह्मण पाठ करेंगे। माता हिडिम्बा शतचंडी पाठ पूर्ण होने पर 23 अक्टूबर को दशहरे की ओर प्रस्थान करेगी। 24 अक्टूबर को कुल्लू दशहरा में शामिल हो कर दशहरा आरम्भ होने की विधिवत घोषणा करेगी।
शुक्रवार को प्रारम्भ शपतचंडी पाठ बारे जानकारी देते हुए हडिम्बा मंदिर के कारदार एवं पुजारी रोहित राम शर्मा, पुजारी लाल चंद शर्मा व पुजारी जीत राम शर्मा ने बताया की छठे नवरात्रे से आठबें नवरात्रे तक तीन दिन, तीन ब्राह्मणों द्रारा शतचंडी पाठ का आयोजन किया जा रहा है। नवमी के दिन माता हिडिम्बा अपने सैंकड़ों कारकुनों व देवलुओं के साथ कुल्लू की ओर प्रस्थान करेगी। जगह – जगह श्रदालु गण माता के स्वागत एवं पूजन हेतु एकत्रित होंगे। उन्होंने बताया कि कल माता हिडिम्बा की पालकी मनाली गांव से ढूंगरी मन्दिर आएगी।दो दिन हडिम्बा मंदिर में रहने के बाद नवमी के दिन 23 अक्टूबर को कुल्लू की ओर प्रस्थान करेंगी।
कुल्लू प्रस्थान से पूर्व हडिम्बा सर्व प्रथम अपने पुत्र घटोत्कच को साथ चलने एवं आह्वान स्वरूप पूजन स्थल जाएगी तथा घाटी के अन्य देवी – देवताओं को साथ चलने एवं दशहरे के शांति पूर्वक सम्पन्न करने हेतु आह्वान करेगी। गौर हो कि देश के अन्य भागों की तुलना में कुल्लू का दशहरा नवरात्रे के अंतिम नवरात्रे में आरम्भ होता है तथा एक सप्ताह तक बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष कुल्लू दशहरे में करीब 332 देवी – देवताओं को जिला प्रशासन द्वारा आंमत्रित किया गया है। घाटी की प्रमुख देवी एवं कुल्लू राजघराने की कुल दादी हडिम्बा नौमी को मनाली से प्रस्थान करने के बाद दशमी को रामशीला के हनुमान मंदिर में राजधाराने के आमत्रंण के पश्चात रूपी महल की ओर प्रस्थान करेगी।हडिम्बा माता घाटी में एक मात्र देवी हैं जिन्हें राजधाराने द्वारा आमत्रंण भेजा जाता है तथा महल में विश्राम स्वरुप कमरा प्रदान किया जाता है।
रूपी महल में राज परिवार द्रारा धोड़ी पूजन के पश्चात माता हडिम्बा की पालकी को राजभवन से बाहर आकर राजपरिवार को शुभ बचन देने के उपरांत ढालपुर की ओर रवाना होती है। दोपहर पश्चात ढालपुर में दशहरे के आगमन की घोषणा करती हैं। सात दिन कुल्लू के ढालपुर में रहने के बाद माता हिडिम्बा की पालकी मनाली की ओर प्रस्थान करेगी। बापिसी में एक रात्रि का विश्राम कटरांई में गौड निवास में करेगी तथा दूसरे दिन मनाली देवालय पहुंचेगी।