नेपाल में एक बार फिर भूकंप ने तबाही मचा दी, हालांकि पिछली बार भूकंप में किसी की जान नहीं गई थी। वही, एक बार फिर नेपाल में भूकंप के झटके महसूस किए गए। लेकिन, पश्चिमी नेपाल में आए भीषण भूकंप ने देश में तबाही मचा दी। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.4 मापी गई। इस भूकंप के कारण कई लोगों की जान भी चली गई। देश में इस बार आए भूकंप ने पश्चिम नेपाल के साथ-साथ जनता को भी भारी नुकसान हुआ हैं। वही, इस भूकंप में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इससे पहले 128 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई थी। लेकिन, अब यह संख्या बढ़कर 132 हो गई है। वहीं, सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। भूकंप से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। नेपाली अधिकारियों ने पुष्टि की है कि रुकुम पश्चिम में 37 लोगों की मौत हो हुई है, जबकि जाजरकोट जिले में 95 लोगों की जान गई है। भूकंप के बाद से रेस्क्यू फोर्स बचाव अभियान में जुटी है।
आपको बता दें, शुक्रवार रात 11.30 बजे के करीब नेपाल के पश्चिमी इलाके में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जिसकी रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई है। वहीं, प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड जाजरकोट पहुंच गए हैं। उन्होंने कल रात क्षेत्र में आए भूकंप से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र के अधिकारियों के अनुसार, रात 11.47 बजे भूकंप आया, जिसका केंद्र जाजरकोट में जमीन के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था। इस भूकंप का असर नेपाल के साथ-साथ भारत और चीन में भी देखा गया। भारत में भी करीब 40 सेकंड तक झटके महसूस किए गए। लेकिन गनीमत रही कि किसी को किसी तरह का नुक्सान नहीं हुआ।
भूकंप के कारण काठमांडू में लोग काफी डरे हुए हैं। वहीं, नेपाल की राजधानी काठमांडू और आसपास के इलाकों में भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया। जाजरकोट काठमांडू से लगभग 500 किलोमीटर पश्चिम में है। भूकंप का झटका महसूस होते ही काठमांडू में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान लोग सड़कों पर डरे सहमे दिखे। इस बार भूकंप के चलते काफी नुक्सान देखने को भी मिला हैं।
वही, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने भूकंप के कारण जान जाने वाले सभी लोगों के लिए दुःख व्यक्त किया। नेपाल के पीएमओ ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने शुक्रवार रात 11.47 बजे जाजरकोट के रामीडांडा में आए भूकंप से हुई मानवीय और घरों की क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है। घायलों के तत्काल बचाव और राहत के लिए सभी तीन सुरक्षा एजेंसियों को लगाया गया है। हालांकि, अभी बचाव अभियान जारी हैं और घायल लोगों को अस्पताल ले जाया गया, जहा उनका उपचार जारी हैं। वहीं, प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने भूकंप प्रभावित इलाकों का दौरा करने का फैसला लिया है और वे अपने दौरे के लिए रवाना भी हो गए।