सरकाघाट, 7 नवम्बर। जो शिवा प्रोजेक्ट बागवानी विभाग का पिछली सरकार के दौरान निचले हिमाचल के कई जिलों मैं शुरू किया गया था। जिसके अंतर्गत मंडी जिला के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में पिछली सरकार के दौरान लगभग चार दर्जन क्लस्टर फलदार पौधे जिनमें मौसमी,अमरूद, लीची के लगाए गए है। लेकिन बागवानी विभाग व सरकार की सुस्त कार्यप्रणाली से अब प्रोजेक्ट का सारा काम पिछली सरकार ने जैसे छोड़ा था वैसे का वैसे ही रह गया है। बागवानो की मेहनत पर सरकार व विभाग की लापरवाही भारी पड़ती दिख रही है। जबकि इस प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपए खर्च किया जा चुका है। इसी के तहत बिंगा क्लस्टर में सिट्रस फल लगे है इसमे लगभग 20,000 हजार मौसमी के पौधे लगे है। PRF क्लस्टर बिंगा में मौसमी की उच्च वैराईटी की फसल तैयार हो चुकी है। लेकिन ना ही सरकार ना ही विभाग लोगों को यह बता रहा है कि वह अपनी फसल कहां बेचे विभागीय कर्मचारी और अधिकारी कुछ भी लोगों को नहीं बता रहे हैं खरीददार ना मिलने की वजह से लोग थोड़ी-थोड़ी मात्रा में जगह-जगह इस तैयार फसल को ले जाकर के भटक रहे हैं। लेकिन वहां पर ले जाकर के ना खरीदार मिलते न हीं उचित रेट मिल रहा है आजकल फल लगे हुए पौधों को पानी की भी जरूरत है लेकिन बगीचे में पानी भी नहीं मिल रहा है लोगों ने सरकार व विभाग से मांग की है कि उनके इन फलों को खरीदने के लिए व्यवस्था की जाए तथा जल शक्ति विभाग को पानी की व्यवस्था करने को कहा जाए, बगीचे में विभाग की लापरवाही से पौधो में बिमारी का खतरा बन गया है ।
इस प्रोजेक्ट के तहत लोगों की इनकम में इजाफा होना स्वाभाविक था। लोगो में ओम प्रकाश ,मीरा देवी मीना देवी सपना देवी विपिन कुमार नत्थूराम कैप्टन केशव डॉ रामनाथ ठाकुर प्रेम सिंह मेहर सिंह,कुलदीप सिंह आसाराम परमदेव रामशरण मोहनलाल कृष्ण चंद्र कपिल देव सुरेश कुमार कंचना देवी, आशा देवी, कंचना देवी, सुरेश कुमार, अमर सिंह , शंभू राम ,कैप्टन राम पाल विद्यासागर, परमदेव, प्रेम सिंह, प्रकाश चंद, कमली देवी, सरीता देवी, मीरा देवी कला देवी, शान्ता देवी, राधा देवी, रिना देवी, सोमा देवी, सरोज कुमारी नत्था सिंह,अजीत सिंह ,अरुण कुमार, आशा देवी ने बताया कि तीन वर्ष का समय हो गया अब इन पौधो में फल आए हुए है लेकिन अब फलो को खरीदने के लिए ना विभाग की तरफ से कोई आ रहा है ना ही सरकार की तरफ से फल सड रहे है और पानी के बगैर पौधे सुख रहे है। लोगो ने बताया कि इस प्रोजेक्ट से धर्मपुर के लगभग बारह सौ पचास परिवार जुड़े है । सभी किसानो बागवानो ने विभाग व सरकार से शिवा प्रोजेक्ट से जूडे लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने की की गुहार लगाई है। अगर इन फलों को खरीदने के लिए खरीदार व उचित दाम मिल जाए तो बेरोजगार युवाओं को रोजगार के लिए इधर-उधर भटकना नही पड़ेगा । जब भी इस बारे में बागवानी विभाग के सब्जेक्ट मैटर स्पेशलिस्ट रमेश ठुकराल से बात की गई थी उन्होंने बताया कि मैं आज ही बिंगा जा रहा हूं और वहां में बागबानो की समस्याओं को सुनूंगा और उनका निवारण करूंगा रही बगीचे में पानी की समस्या की बात तू बिजली का लोड कम होने की वजह से पौधों को पानी उपलब्ध करवाने में मुश्किल आ रही है ।