चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गेहूं, चना, जौं समेत विभिन्न रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को बढ़ाने का फ़ैसला स्वागत योग्य है। त्योहारों के समय ऐसे किसान हितैषी निर्णय से देश के लाखों किसानों के घरों की रौनक़ बढ़ेगी। किसानों की आय और ख़ुशहाली बढ़ाने के लिए मोदी सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है। धनखड़ ने दिवाली और दूर्गा पूजा से पहले केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता के ऐलान का भी स्वागत किया है।
प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा है कि मोदी कैबिनेट ने बुधवार को देश के किसानों को दीपावली का उपहार दिया है। छह रबी फसलों पर तिलहन और सरसों में 200 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। मोटा अनाज की पैदावार को बढ़ाने के लिए फैसला लिया गया है। मसूर पर 425 रुपये प्रति क्विंटल, गेहूं के लिए 150 रुपये प्रति क्विंटल और जौं के लिए 115 रुपये प्रति क्विंटल, चना के लिए 105 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि इन सभी फसलों की एमएसपी बढ़ाई जाने से देश के किसानों में समृद्धि बढ़ेगी। मोदी सरकार किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प पूरा कर रही है।
प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि पिछले जून महीने में भी प्रधानमंत्री मोदी ने देश में दालों का प्रोडक्शन बढ़ाने के मकसद से अरहर, मूंग और उड़द दाल की एमएसपी में बढ़ोतरी कर किसानों के नाम पर राजनीति कर रहे विपक्ष को आइना दिखाया था। तब बाजरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 150 रुपए की बढ़ोतरी कर 2500 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया था। अरहर दाल के एमएसपी में 400 रुपये की बढ़ोतरी कर 7000 रुपये प्रति क्विंटल, उड़द दाल की एमएसपी में भी 350 रुपये की बढ़ोतरी कर 6950 रुपये प्रति क्विंटल और मूंग के एमएसपी में 10.4 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 7755 रुपये से बढ़ाकर 8558 रुपये प्रति क्विंटल की थी।
धनखड़ ने कहा कि मोदी सरकार की किसान हितैषी नीतियों से किसान आर्थिक रूप से आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हैं। पिछले साढ़े नौ साल के सेवाकाल में पहले की सरकारों से कहीं अधिक कार्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किए हैं। जुलाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 1.25 लाख किसान समृद्धि केंद्र राष्ट्र को समर्पित किए जिससे आज किसानों को खाद बीज, दवाई आदि की सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिल रही है और करोड़ों किसान इसका सीधा लाभ उठा रहे हैं।
धनखड़ ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में किसान मंडियों में अपनी फसल आराम से बेच रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने फसल लागत मूल्य पर 50 प्रतिशत लाभ मूल्य देने का कानून बनाकर लागू किया। जो कार्य कांग्रेस की सरकार आजादी के छह दशक में नही कर पाई थी। कांग्रेस के समय में किसानों को ढाई-ढाई रुपये के चेक मिलते थे। पूर्व की सरकारों ने किसानों की आंखों में केवल धूल झोंकने का काम किया था। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सबसे अधिक फसलों की खरीद करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है।