सरकाघाट। चुनावों में घर द्वार पर बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं का वायदा करके सत्ता में आई सुख की सरकार के वायदों की कलई सरकाघाट नागरिक अस्पताल में देखकर खुल रही है जहां सता में आने बाद कहने को तो दो दो बेहोशी करने के डाक्टर तैनात करके खूब श्रेय लिया गया परंतु सर्जन की तैनाती ना करके इनका कोई भी फायदा नहीं मिल रहा है यही नहीं चार विधानसभा क्षेत्रो सरकाघाट धर्मपुर, भोरंज व जोगिंदरनगर के करीब ढाई लाख लोगों के स्वास्थ्य का बोझ उठाने वाले सिविल हॉस्पिटल सरकाघाट में डॉक्टरो के कई पद खाली होने की वजह से भी लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है इस अस्पताल में चिकित्सकों के 17 पद स्वीकृत है लेकिन वर्तमान समय में इस अस्पताल में 11 चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे हैं जबकि छह पद खाली चले हुए हैं इतना ही नहीं डॉक्टर के नाइट ड्यूटी डे रेस्ट कोर्ट केस मेडिकल कैंप और पोस्टमार्टम या फिर डॉक्टर छुट्टी पर जाने के चलते यहां पर इलाज करवाने आने वाले लोगों को इधर-उधर भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है डॉक्टरों की कमी के चलते यह अस्पताल खुद ही बीमार चला हुआ है इससे यह जाहिर होता है कि सरकार के घर द्वार पर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के दावे खोखले हैं।
वर्तमान समय में इस अस्पताल में रेडियोलोजी विशेषज्ञ एक,एनेस्थीसिया दो,स्त्री रोग विशेषज्ञ एक, ईएनटी विशेषज्ञ एक,तथा चार चिकित्सा अधिकारी व दो दंत चिकित्सक तैनात है लेकिन हैरानी की बात यह है कि सर्जन डॉक्टर तैनात नहीं लेकिन एनेस्थीसिया के एक नहीं दो-दो डॉक्टर तैनात कर दिए हैं लोगों में पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष संदीप वशिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान राजेश कौंडल अश्विनी गुलरिया ध्यान सिंह बार एसोसिएशन की अध्यक्ष अजय चंदेल पूर्व अध्यक्ष भूप सिंह ठाकुर वरिष्ठ अधिवक्ता दलेर सिंह कंवर खेमचंद लाल सिंह नरेश शर्मा देशराज ठाकुर केके वर्मा मनोज जमवाल शिव कुमार सकलानी कमलेश गुलरिया विजय गुलरिया रमेश पटेल अशोक पटियाल धर्मपाल गुप्ता घनश्याम शालिनी भटनागर पवन कुमार, हीरा सिंह, रामलाल, शीला देवी, पबना देवी, हरि सिंह, मेहर सिंह, विपिन कुमार, प्रताप सिंह, हेम सिंह, मीरा देवी, शकुंतला देवी, हेमा देवी, निर्मला देवी, राम सिंह, सुरेश कुमार, मीना देवी, रेखा देवी, रीना देवी, सरला देवी, सुमन देवी, शशिबाला, हंसा देवी, हल्की देवी, सपना देवी, सोमा देवी, अशोक कुमार ,दीपेश कुमार,प्रकाश चंद, बाग सिंह, हंसराज , आदि ने यहां पर शिशु रोग,हड्डी रोग,सर्जन व नेत्र रोग विशेषज्ञ व अन्य रिक्त पड़े चिकित्सकों के पदों को प्राथमिकता के आधार पर सरकार व विभाग से भरने की मांग की है। जिससे लोगों को हो रही परेशानी से निजात मिल सके। लोगों का यह भी कहना है कि चिकित्सकों के खाली पदों के चलते उन्हें मंडी, हमीरपुर ,नेरचौक ,बिलासपुर, या अन्य बड़े अस्पतालों या फिर निजी अस्पतालों में जाना पड़ता है जहां पर उन्हें पैसा वह समय दोनों का नुकसान उठाना पड़ता है। “रिक्त पदों की सरकार व विभाग को समय-समय पर जानकारी उपलब्ध करवा दी जाती है जब भी विभाग को नए विशेषज्ञ डॉक्टर मिलेंगे तो यहां भी डॉक्टरों की तैनाती होगी।”