चण्डीगढ़। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि गरीब और जरूरतंद व्यक्ति को पारदर्शिता के साथ घर बैठे ही योजनाओं का मिलना ही सुशासन है, जो प्रदेश सरकार लोगों को दे रही है। सरकार परिवार पहचान पत्र के आधार पर लोगों को योजनाओं का लाभ पारदर्शिता के साथ दे रही है। दलाल ने यह बात सुशासन दिवस के अवसर पर भिवानी में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि आज लाभपात्रों के खातों में सीधे रूप से पैसे भेजे जा रहे हैं कोई बिचौलिया नहीं है, जबकि पहले लोगों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे। उन्होंने कहा कि वास्तव में लोकतंत्र वही है, जब पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे।
उन्होंने कहा कि सरकार पंडित मदन मोहन मालवीय और भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के सपने को सुशासन दिवस के रूप में साकार कर रही है। सरकार की नीतियों से आज हर वर्ग खुश है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आमजन की शिकायतों के समाधान के लिए सीएम विंडो जैसी सुविधा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने घर पर योजनाओं का लाभ देकर लोगों को जीवन सरल व आसान किया है।
उन्होंने कहा कि आमजन के साथ-साथ विशेषकर किसानों को लेकर सुशासन की बात की जाए तो सरकार ने किसानों की खुशहाली के लिए अनेक नीतियां बनाई हैं। पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी पर गरीब लोगों को ऋण दिया जा रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत बिना गारंटी के एक लाख 60 हजार रुपए तक ऋण दिया जा रहा है। सूक्ष्म सिंचाई में 85 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है ताकि सिंचाई में कम पानी लगे। फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाओं के तहत किसानों को सात हजार रुपए प्रति एकड़ राशि दी जा रही है। कृषि, पशुपालन, बागवानी तथा मच्छी पालन को बढ़ावा देने के लिए नई-नई योजनाएं लागू की हैं ताकि किसान परंपरागत खेती को छोड़कर आधुनिक खेती कर सके।
जिला स्तर पर प्रदान किए तीन पुरस्कार
कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री दलाल ने जिला स्तर पर तीन पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कृषि मंत्री ने जिला प्रशासन की तरफ से पहला पुरस्कार जेबीटी अध्यापक अशोक कुमार 31000 रुपए, द्वितीय पुरस्कार 21 हजार रुपए के रूप में बीडीपीओ भिवानी सोमबीर कादयान और ग्राम सचिव संजेश और तीसरा पुरस्कार 11000 रुपए के रूप में सहायक कृष्ण कुमार को प्रदान किया।