सरकाघाट। सरकाघाट सिविल अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टरों के रिक्त पदों को शीघ्र भरे जाने को लेकर ज्येष्ठ एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद द्वारा सैंट्रल पार्क में एक दिवसीय सांकेतिक प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में ज्येष्ठ एवं वरिष्ठ नागरिकों के अलावा स्थानिय लोगो सहित करीव आ़धा दर्जन समाजिक संगठन के पदाधिकारियों ने भाग लिया और सरकार की सदबुद्धि व मानव कल्याण के लिए मंत्रोच्चारण सहित हवन भी किया। प्रकाश चौहान ने बताया कि सिविल अस्पताल सरकाघाट में पिछले एक दशक से विशेषज्ञ डाक्टरो की कमी चल रही है और बारी बारी कभी भाजपा व तो कभी कांग्रेस की सरकार बनी लेकिन सरकाघाट के लिए विशेषज्ञ डाक्टर लाने में ये सभी असफल रहे। हालांकि, क्षेत्र के समाजिक संगठनो सहित स्थानीय लोगो ने समय समय पर डाक्टरो की मांग उठाते रहे है ।लेकिन किसी के कानो पर जूं तक नहीं रेंगती है।
उन्होंने बताया कि अव तो हद ही हो गई है। जहां ओपीडी में आठ दस डाक्टर वैठते थे आजकल वहां दो या तीन ही डाक्टर वैठते है जिनमें विशेषज्ञ डाक्टर मुश्किल से एक आध डाक्टर होता है। और औपीडी में मरीजो की भीड लगी रहती है। मजबूरन लोगों को दूसरे मंडी या हमीरपुर में निजी अस्पतालो की ओर रूख करना पड़ता है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मांग की है कि एक माह के अंदर विशेषज्ञ डाक्टर नही उपलब्ध करवाए गए तो अब मौन आंदोलन नही होगा बल्कि अनिश्चित कालीन उग्र आंदोलन छेडा जाएगा। जिसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी। बता दें कि सिविल अस्पताल सरकाघाट में चिकित्सकों के 17 पद स्वीकृत है और वर्तमान समय में इस अस्पताल में आठ ही चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे हैं जिनमे से एक दो छूटी पर रहते है तो एक दो डाक्टर डैपूटेशन पर इधर उधर भेजे जाते है और ओपीडी में मुशिक्ल से दो तीन ही डाक्टर बैठते है।
जबकि प्रतिदिन पांच से 600 से मरीज जांच के लिए आते है और डेढ लाख की अवादी इस अस्पताल पर निर्भर है। इस अवसर पर नेक राम शास्त्री, कुलदीप गुलेरिया, जीवन लाल शर्मा, रणजीत सिंह, मेहर चंद चंदेल, राजमल, राजकुमार शर्मा, हेमराज, अनत राम राणा, आत्मा राम, हरिदास प्रजापति, अमृत पाल पालसरा, जगदीश, कांशी राम, कृष्ण लाल शर्मा, संतोष कुमार, बुधिसिंह, अशोक शर्मा,ओमचंद, जगत राम सहित अन्य लोग उपस्थित थे।