मनाली। पर्यटन कारोबारियों सहित बागवानों को बर्फ का इंतजार है। इस बार दिसंबर बीतने को है लेकिन पर्यटन नगरी मनाली अभी बर्फ के फाहों से सरावोर नहीं हुई है। हिमपात न होने से उझी घाटी के पर्यटन कारोबारी मायूस हैं साथ ही बागवान भी हिमपात की उम्मीद लगाए बैठे हैं। मनाली की ऐतिहासिक स्की ढलान सोलंगनाला हिमपात के इंतजार में है। स्कीइंग के लिए विख्यात इस ढलान को लेकर जहां सैलानी मायूस हैं तो वहीं इस कारोबार से जुड़े सैकड़ों लोगों पर भी आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
स्कीइंग के प्रेमी आसमान की ओर टकटकी लगाए बर्फबारी की दुआ कर रहे हैं। भले ही इन दिनों पर्यटन नगरी मनाली में सैलानियों की अच्छी-खासी भीड़ जुटने लगी है लेकिन स्कीइंग जैसी बर्फ की खेलों का आनंद लेने उन्हें लाहुल जाना पड़ रहा है। हालांकि अटल टनल की बदौलत पर्यटक शीत मरुस्थल लाहुल घाटी में दस्तक दे रहे हैं लेकिन हिमपात न होने से मनाली की उझी घाटी के कारोबारी निराश हैं। पहले इन्हें रोहतांगेल दर्रा अच्छा खासा रोजगार देता था लेकिन टनल बनने के बाद सर्दियों में रोहतांग के गुलाबा व मढ़ी की ओर जाने वाले पर्यटकों ने लाहुल घाटी का रुख किया है।कुछ एक उझी घाटी के इन कारोबारियों ने तो लाहुल घाटी में जमीन किराए में लेकर पर्यटन कारोबार चला रखा है लेकिन अधिकतर कारोबारी घर में बेरोजगार बैठे हैं। हिमपात न होने से होटलियर एसोसिएशन मनाली और टैक्सी यूनियन भी ताजा बर्फ के इंतजार में है। इन दिनों सैर सपाटे के लिए पहुंच रहे देशी-विदेशी पर्यटकों को बर्फ के दीदार को लाहुल घाटी का रुख करना पड़ रहा है।
सोलंगनाला में स्कीइंग करवाने वाले रुप चन्द, गोकल व टीकम राम ने कहा कि हिमपात नहीं होने से वे परेशान हैं। उन्होंने कहा कि सोलंगनाला की ढलान स्कीइंग के लिए विख्यात है, लेकिन हिमपात नहीं होने से ढलान में किसी तरह की गतिविधियां नहीं हो पा रही हैं। उधर, मनाली होटलियर एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर का कहना है कि मनाली में सैलानियों की चहल-पहल बढ़ने लगी है, लेकिन सोलंग में बर्फ न होने से सैलानियों को लाहुल घाटी का रुख करना पड़ रहा है। घाटी के बागवान सर्वदयाल, चुनी लाल, इंद्र, पुरषोत्तम, रोशन व दिले राम का कहना है कि इन दिनों घाटी बर्फ से ढक जाती थी लेकिन पिछले कुछ सालों से मौसम में भारी बदलाब देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इंद्र देवता जल्द मेहरबान होंगे और घाटी में बर्फ के फाहे गिरेंगे।