चंडीगढ़। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिलाओं के प्रति विधानसभा में की गई टिप्पणी शर्मसार करने वाली है। इस टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने कहा है कि यह बेहद निंदनीय है कि देश के संविधानिक पद पर बैठे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के बारे में जो टिप्पणी की, जैसे शब्दों का प्रयोग किया, यह अत्यंत दुखदायी भी है और समाज को शर्मसार करने वाला भी है। नीतीश का बयान उनकी मानसिकता को भी दर्शाता है।
चुघ ने यहां जारी बयान में कहा कि इंडी अलायन्स के नेता धर्म के आधार पर, जाति के आधार पर और अब लिंग व नस्ल आधार पर देश की बेटियों, बहनों पर ऐसी टिप्पणी करने लगे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इस टिप्पणी पर गांधी परिवार की चुप्पी पर सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं की समाजिक संवेदना पूर्णत: समाप्त हो चुकी है। यह इस देश का दुर्भाग्य है कि देश की बेटियों, बहनों पर की गई टिप्पणी पर विपक्षी नेता नीतीश कुमार से सवाल करने की बजाय उल्टे अपनी बीमार मानसिकता के चलते उसका ही बचाव कर रहे हैं। इस प्रकार की टिप्पणी और शब्दों का प्रयोग निंदनीय है जो उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने पूछा कि ऐसी टिप्पणी के लिए नीतीश कुमार ने विधानसभा के पवित्र सदन को ही क्यों चुना। ऐसा करना देश की संवैधानिक संस्थाओं का भी अपमान है। उन्होंने इस बात पर गहरी नाराजगी जताई कि मुख्यमंत्री ने जब यह टिप्पणी की तब सदन में कई महिला सदस्य भी मौजूद थी। इतने उच्च पद पर बैठे स्वयं को प्रधानमंत्री पद का दावेदार होने का भ्रम रखने वाले नीतीश कुमार ने ऐसी मानसिकता दिखा कर अपने पद की गरिमा को तार-तार कर दिया है।